1. परिचय
24–25 वर्षीय सोनम रघुवंशी और उनके पति राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। इसके बाद वे 20 मई को शादी के बाद हनीमून पर मेघालय चले गए। 23 मई को वे अंतिम बार नोंग्रियाट गांव के होमस्टे के बाहर देखे गए, उसके बाद उनका कोई पता नहीं चला ।
2. गुमशुदगी और खोज
24 मई से दोनों गुम घोषित हो गए। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला ।
2 जून को राजा का शव वेइसावडोंग झरने के पास एक गहरी खाई में मिला। उनके गले पर घाया गया निशान और पास में नया ‘dao’ (चाकू) तथा मोबाइल और रेनकोट मिले । चोरी हुई गहनों के बीच यह लाश मिला, जिससे मामला हत्या बन गया ।
3. पुलिस की प्रारंभिक धारणा |
शुरुआत में इसे डकैती–सीधा मामला माना गया। लेकिन जब हत्या का हथियार और दूर से भेजे गए संदेश सामने आए, तब पुलिस ने इसे सुनियोजित अपराध की श्रेणी में रखा ।
4. सोनम का लापता और अभिव्यक्ति
मेघालय में गायब रहने के बाद सोनम 9 जून को यूपी के एक ढाबे पर मिली। वह बेचैन, व्याकुल और असहाय स्थिति में थी—इतनी कि उसने भाई को फोन पर बुलाया ।
खुद उसने प्रारंभिक बयान में कहा, "मैंने हत्या नहीं की, उन्हें गहनों के लिए मारा गया" ।
5. हत्या की साजिश – पुलिस की भूमिका
मेघालय और मध्य प्रदेश पुलिस की एसआईटी टीम, साथ में NDRF, SDRF और केंद्रीय एजेंसियां मामले की जांच में शामिल रहीं ।
इंडोर पुलिस ने पाया कि सोनम शादी के चार दिन बाद—15 मई—अपने माता‑पिता के घर गई और वहीं उस अवधि में हत्या की योजना बन गई ।
स्थानीय गाइड अल्बर्ट पैडे ने कई संदिग्ध पुरुषों के साथ सोनम और राजा को देखा; उनका योगदान पुलिस को कई सुराग देता रहा ।
6. मुख्य आरोपी और प्रेम त्रिकोण
– राज कुशवाहा (सोनम का कथित प्रेमी): आकउंटेंट, परिवार के व्यवसाय में कार्यरत ।
– अन्य तीन आरोपी: अकाश राजपूत (21, यूपी), विशाल सिंह चौहान (22, इंदौर), आनंद कुर्मी (23, सतना) ।
पुलिस बताती है सोनम और राज के बीच शादी से पहले से संबंध थे, जो परिवार की मंज़ूरी के बिना चालू थे ।
7. गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड
सोनम को यूपी के ढाबे से गिरफ्तार कर मेघालय पुलिस को सुपुर्द किया गया ।
पटना होते हुए शिलॉन्ग ले जाए जाने पर उन्हें ट्रांजिट रिमांड में रखा गया ।
8. परिवार की प्रतिक्रियाएँ
– राजा का परिवार हत्या के सख्त दंड की मांग कर रहा है; काफी लोग फांसी तक मांग रहे हैं ।
– सोनम का पिता आरोप लगाते हैं कि बेटी को फंसाया जा रहा है; पिता ने CBI जांच को कहा “आवश्यक” ।
9. न्यायिक और संवैधानिक मांगें
राजा का परिवार केंद्र सरकार से CBI जांच का आग्रह कर रहा है ।
मध्य प्रदेश CM मोहन यादव ने गृह मंत्री अमित शाह से मामले को CBI के सुपुर्द किए जाने हेतु कहा । सीबीआई जांच की यदि मंजूरी मिलती है, तो यह राज्य पार स्थिति बन जाएगी और कई अनसुलझे बिंदुओं को स्पष्ट करने में मदद मिलेगी।
10. निष्कर्ष
– यह हत्या केवल आत्महत्या या डकैती नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश का नतीजा प्रतीत होती है, जिसमें प्रेम त्रिकोण और गहनों की लालच सक्रिय भूमिका में है।
– अब सवाल यह बचा है कि – सोनम सच कह रही है या साजिश का हिस्सा? क्या राज जैसे प्रेम‑संबंध ने हत्या के आरोप पर मुकम्मल सवाल खड़े कर दिए हैं?
– ट्रांजिट रिमांड, गवाहों की बहुमुखी बातें, सरगर्मी की CBI जांच—कुछ भी हो, न्याय और सच की
तेज़ पैनी तलाश अभी बाकी है।
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