हनीमून पर गया पति… वापस लौटी लाश! – सोनम रघुवंशी कांड की खौफनाक सच्चाई"

11 मई 2025 की यादगार रात थी, जब इंदौर की बहन, Sonam ने अपने परिवार की इकलौती संतान Raja Raghuvanshi  से शादी की। दोनों की खुशियों भरी शुरुआत हुई, और जल्द ही विवाह के बाद नॉर्थ‑ईस्ट की ओर निकल पड़े, अपने सपनों के हनीमून के लिए।

इस जोड़े ने 20 मई को साहस के साथ खूबसूरत Meghalaya में कदम रखा—पहले Guwahati, फिर सुंदर Sohra की ओर। यह वह शुरूआत थी, जिसमें शायद वे प्यारी यादें संग्रहित करने निकले थे—पर वक्त ने उन्हें एक खौफनाक मोड़ दे दिया।
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अचानक गायब, और डर की भरमार

अगले ही दिन, यानी 22–23 मई की रात, Sohra के एक होम‑स्टे से ये दोनों अचानक गायब हो गए। 23 मई को इनके मोबाइल फोन बंद कर दिए गए। परिवार चिंतित था। एक‑दोन दिन बाद जब इनके स्कूटर Shillong–Sohra रोड पर खड़ा मिला, तो डर और प्रश्नों के घेरे और गहरे हो गए ।

परिवार, स्थानीय पुलिस, और एनडीआरएफ की टीम्स मिलकर इनकी खोज में लगीं। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 2 जून 2025 को, drone से मिलकर Raja का शव Wei Sawdong Falls के नीचे गहरे घाटी में मिला—बहुत देर से ।

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मानव-दिमाग की गहराईयां: धक्का और दया

परिवार की प्रतिक्रिया

Raja की माँ, Uma Raghuvanshi, दुःखी और टूट चुकी: “मैं चाहती हूँ कि दोषियों को फांसी मिले।”
Raja के भाई Vipul, ऐहिक न्याय की गुहार लगाते हुए CBI जांच की मांग कर रहे हैं ।
दूसरी ओर, Sonam के पिता Devi Singh का कहना है: “मेरी बेटी निर्दोष है—वे उसे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।” इस बयान से पारिवारिक दरार उजागर हुई ।

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आरोप और खुलासे

पुलिस ने मामला एक सुनियोजित हत्या का मानते हुए घोषित किया कि इसमें प्रमुख आरोपी Sonam स्वयं है, जो Raja की हत्या की साज़िश में शामिल थी ।

दस्तावेज जिनसे परिस्थितियाँ स्पष्ट हुईं:

1. Call‑records व CCTV: पता चला कि Sonam की Raja से शादी के बहुत जल्दी—१८ मई (शादी से केवल ७ दिन बाद)—राजा की हत्या की साज़िश रच दी गई थी। फोन और लोकेशन डेटा, खासकर Sonam–Raj Kushwaha के बीच की संचार, इस योजना को इंगित करते हैं ।
2. राजधानी का साथी, Raj Kushwaha, 21 वर्षीय—Sonam के कथित प्रेमी—ने तीन अपराधियों का हिस्सा बनकर Raja की हत्या की। उनका दिमाग चुपचाप योजना बना रहा था ।
3. हथियार की बरामदगी: dao/machete पाया गया, जिसे उसी दिन घायलों पर आजमाया गया। Raja की खोपड़ी में दो मौतमुख चोटें बताती हैं कि घटनाक्रम योजना के अनुसार था ।


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Sonam का गायब होना और गिरफ्तारी

2 जून की खोज के बाद कुछ दिनों तक Sonam का अता-पता नहीं मिला। अचानक 9 जून को वह गाँव इलाके से लगभग 1200 किमी दूर, गाज़ीपुर (Uttar Pradesh) के एक ढाबे पर मिली। घंटों बाद, पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की ।

वह कहती रहीं कि वह खुद को बेहोश देख रही थीं, या वह अज्ञात राह में थीं—पर पुलिस के संदेह थे। आखिरकार एक 72‑घंटे की ट्रांज़िट रिमांड मिली ।

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समाजिक और विधिक तूफान

Meghalaya में जब Sonam को पेश किया गया, तो कोर्ट के बाहर बड़ी भीड़ जमा थी—लोग न्याय की मांग कर रहे थे ।

Sohra के नागरिकों ने Raja के सम्मान में शांत प्रदर्शन किए—शांति और न्याय के बीच संतुलन बनाते हुए ।

पुलिस जांच में CCTV, कॉल डेटा और आँकलन के साथ-साथ, Sonam का मंगळसूत्र जैसा पत्थर एक अहम सबूत बना—क्योंकि homestay में छोड़ दिया गया था, जिससे Sonam की मौजूदगी और योजना का संकेत मिला ।

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मानवता का टूटना और घनघोर:

एक तरफ यह कहानी है प्रेम और विश्वास की—Sonam‑Raja की शादी, उनकी पारिवारिक अपेक्षाएँ, और सुंदर शुरुआत...

दूसरी तरफ कटघरे में खड़ी है एक महिला, जिसके जीवन में प्रेम, जुनून, और संभवतः साज़िश के बीच का अंतर blurred हो गया।

Sonam के पडोसी उनके अच्छे स्वभाव की बात करते, स्थानीय मीडिया में लिखते हैं:

> “I can’t believe it, she was a well‑behaved and educated girl…”  
साथ ही यह प्रश्न उठता है—क्यों व्यक्ति इतना बदल जाता है, कितने गहरे मनोवैज्ञानिक पहलुओं की तरह इसे समझा जा सकता है?

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तथ्यों की समीक्षा

घटक विवरण

शादि 11 मई, Indore; हनीमून 20 मई (Meghalaya)
लापता 23 मई
शव बरामद 2 जून, Wei Sawdong Falls
संदिग्ध योजना 18 मई से हत्या की योजना
आरोपियों की गिरफ्तारी Sonam, Raj Kushwaha, तीन अन्य
प्रमुख सबूत कॉल लॉग, CCTV, मंगळसूत्र, dao, घाव
न्यायिक स्थिति 8‑दिन की पुलिस कस्टडी, ट्रांज़िट रिमांड  

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अंत: मानवीय दर्पण में…

यह केस सिर्फ एक हत्याकांड नहीं है—यह रिश्तों, उम्मीदों और विश्वास की क्रूर परीक्षा है।
Sonam के परिवार का दर्द, अपनी बेटी को दोषी मानने से इंकार…
Raja का परिवार न्याय की आग में जलता, CBI तक पहुँच चाहने लग रहा…

राज्य और समाज: पुलिस, मीडिया, कोर्ट के साथ लोगों की कैसी प्रतिक्रिया होती है—आक्रोश, शांति, पीड़ा और संवेदना की कौंध यह सब समेटता है।



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